गज़ल ~ भोर भेलै से भेलै ओ भेलै कोना !!

भोर भेलै से भेलै ओ भेलै कोना !
राति' मधुर ओ तहन गेलै कोना !!

दिलसँ दिलमे नेह मोहित रहल !
याद प्रीतके ओ आबो झेलै कोना !!

बढैत ओ डेग-डेग अट्कैत जखन !
दू नयन अपन भाखा संग ठेलै कोना !!

आनो जखन जौं अपन हृदयमे बसल !
भऽ बिरान पहिल सँ छेलै कोना !!

फूल अपनेमे अपनासंग सोभित रहल !
दुनिया बनाबैत मजाकोमे खेलै कोना !!
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