भोर भेलै से भेलै ओ भेलै कोना !
राति' मधुर ओ तहन गेलै कोना !!
दिलसँ दिलमे नेह मोहित रहल !
याद प्रीतके ओ आबो झेलै कोना !!
याद प्रीतके ओ आबो झेलै कोना !!
बढैत ओ डेग-डेग अट्कैत जखन !
दू नयन अपन भाखा संग ठेलै कोना !!
दू नयन अपन भाखा संग ठेलै कोना !!
आनो जखन जौं अपन हृदयमे बसल !
भऽ बिरान पहिल सँ छेलै कोना !!
भऽ बिरान पहिल सँ छेलै कोना !!
फूल अपनेमे अपनासंग सोभित रहल !
दुनिया बनाबैत मजाकोमे खेलै कोना !!
दुनिया बनाबैत मजाकोमे खेलै कोना !!
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__.✍ अब्दुर रज्जाक राइन