|| परिक्रमा ||


हमहुँ जैबौं परिक्रमा
माई, बाबू तोरा संगे ना

तोसब चलिहा आगा-आगा
पाछू-पाछू हमहुँ जैबौ ना

तोरा सबके मोटरी बोकबै
परिक्रमा हमहुँ घुमब ना

पन्द्रह दिनक' परिक्रमा मे माई,
बाबू, साथे साथ रहब ना

तो देखबे झांखी किर्तन तोरा
सबके समान हम राखव ना
________________________________________