गज़ल ~ देश अहाँ संगे

देश अहाँ संगे ,प्रदेश अहाँ संगे
जे बीतल ओ पल बेश अहाँ संगे

दिलमे रहलौ एना दिलस नै जाइछि
किछ रहलय जैन शेष अहाँ संगे

बाजूने किछ आबो कहूने किछ
लगैत रहैय चलैत ठेस अहाँ संगे

मोन हमरो होइय उइर जैतो गगन
हार्ली हम स्नेहमे बस रेश अहाँ संगे

रही-रही कते कहू फेर कोना कहू
पल भरके झलकमे संदेश अहाँ संगे
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__✍ अब्दुर रज्जाक
हरीपुर, धनुषा (नेपाल)
हाल : दोहा, क़तार