गज़ल ~ माई


हमरा माईके महिमा अपार छै
दुधक' कर्ज अखनो उधार छै

माया प्रेम स्नेह मिसियो कम नै
रखने जोगा कऽ ढेरी पहार छै

संसार के सबसँ बेसी अमुल्य
महान माईके ममता दुलार छै

छोडि' माईके करै बौह के गुलामी
ओऽ अभागल केहन बेकार छै

रहब खुशी कतबो इजोरिया मे
बिनु माईके जिन्दगी अन्हाँर छै
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__.✍ अशरफ राईन 
सिनुरजोड़ा, धनुषा (नेपाल)
हाल : दोहा-क़तार