ए ! शान्तिदूत परवा उड़िकऽ आ अप्पन देशमे फैलऽवै तों शान्ति हिमाल, पहाड़ आ मधेशमे एतऽके सभ नर–नारी अछि शान्तिकेँ पूजारी सहत कोना हिंशा पसरल अछि समस्या भारी …
Read moreसंघर्षक' पथ पर हौसला बुलन्द अछि जीत आव लग अछि नै कानु माय जल्दिए लौटव हम अधिकार प्राप्तिक ऽ संग अहाँक शरण में ! ___________________________ …
Read moreगाम - नगर में सोरसराबा सुनल गेल बड़ बेसी , लोकतन्त्र में अपन अधिकार लऽकऽ रहत मधेशी ! जनसंख्या सँ जनसागर में जोरल छलौं हम सीधा , खाकऽ हमहुं लाठी गोली प…
Read moreविनीत ठाकुर मिथिलाञ्चल शायरी के मेम्बर रचनाकार विनीत ठाकुर जी के रचना सब स्टेप By स्टेप पढ़ि सकैत छी। आ मिथिलाञ्चल शायरी पर अपने सब मैथिली में रचना, शा…
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