शिक्षक : अच्छा अहा सब ई बताऊ कि गन्दी बात कई किसिम के होयत अछि। मिंटू : सर ! गन्दी बात २ किसिम के होयत अछि। (राहुल झट सँ उठी कऽ कहैत अछि…
Read moreकिछ लोग किस्मत जका होएत अछि , जे दुआ सँ मिलैत अछि ! और किछ लोग दुआ जका होएत अछि , जे किस्मत बदैल दैत अछि !!
Read moreRead more
ई शायरी प्राप्त करि !
Read moreसावनक ऽ महिना रे सुगना लगैय खूब मन भावन ! भाई बहिनक ऽ सुनर प्रित एलै राखी क ऽ त्योहार पावन !! भाई बहिनक ऽ प्रेम अनमोल राखी करत रक्षा , भैयाक ऽ …
Read moreआँखि सँ आँखि मिलैत अछि , त ऽ दिलक ऽ घंटी बजैत अछि ! जब दिल सँ दिल मिलैत अछि , त ऽ प्रेमक ऽ फूल खिलैत अछि !!
Read moreमोनक ऽ मोहिक ऽ दिलसँ दिल जोडिक ऽ , खोलब मैथिल प्रितक ऽ राज़ ! अहाँक ऽ अप्पन हिया में बैठा लेनौं त ऽ , आब किछ क ऽ नै सकैत …
Read moreरोशनी सितारों से भी हो सकैत अछि , चाँद छिप गेलाक ऽ बाद ! मोहब्बत हजारों से भ ऽ सकैत अछि , एक से बिखैर गेलाक ऽ बाद !!
Read moreकतेक बयान करू हम , सगरमाथा सिर के ! अबैय याद प्रिय , अहाँक नैनकऽ तीर के !! सुनबै छी दुःखकऽ बात , ई बिरान विदेश के ! अबैय याद हमरा मिथिला प्रदेश के !…
Read moreआयल छथि भौजीके बहिन होली में , डालब रंग हम हुनका चोली में ! प्यार सँ बोलाक ऽ ऊपर सँ सहलाक s , लगायब रंग हम हुनका, भौजी सँ छुपाक ऽ !! लाल-लाल पिल…
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin