फागुन मास अाएल यौ मिता, हमरा अप्पन गाम के होली के याद अाएल यौ मिता ! चारुओर रगं अा अबीर सँ सजल छल होली मे, अप्पन गाम यौ मिता !! कतौ नै मिलत अप्पन गाम स…
Read moreरंग लगावै लेल ललावै हमर देह यौ पिया । होलीके दिन नजदिक एलै अहाँ एबै कहिया ? पुर्वा, पछिया हावामे हमर अचरा उडियाबै अहाँ बिनु धडकैय हरदम हमर छतिया । गाव…
Read moreआबि गेलौं हम भौजीकऽ संग खेल होली , नई करू भौजी ऐना आँख मिचोली ! बैच नई सकैत छि अहाँ हमरा सँ , आई भिगाकऽ जायब अहाँकऽ चोली !!
Read moreअहाँक संग होलीमें रंगीन भऽ गेलौं , रंगकऽ बहारमें संगीन भऽ गेलौं ! वर्षो सँ प्यासल छल ई तन बदन , अहाँक पिचकारी कऽ रंग सँ नमकीन भऽ गेलौं !!…
Read moreखुशी सँ भरल रहे अहाँक जिनगी , रंगकऽ बरसात में भिगल साथी संगी ! रंग और अबीर के भऽ गेल अछि बौछार , आबि गेल रंग भरल होली कऽ त्यौहार !!
Read moreमथुरा के खुश्बू गोकुल के हार , बृन्दावन के सुगंध बरसाने कऽ फुहार ! राधा कऽ उम्मीद कान्हा कऽ प्यार , मुबारक अछि अहाँके होली कऽ त्योहार !!
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