मोन होइअ ई सूरत निहारैत रही कारी मेघसन ई केशके सबारैत रही रही सटल करेजामे सदिखन तोहर सगरो नेहक ई लुत्ती पजारैत रही __.✍ विन…
Read moreकहुना - कहुना जिनगी जि रहल छी फाटल करेज प्रेमक धगासँ सिरहल छी शायद दोख हमरे रहे जान यै, तें अहाँक देल जहर अमृत समझिक पि रहल छी …
Read moreमजबुरीमे मजदुरिक' जि रहल छी जिनगी फाटल अछि गरिबी सि रहल छी जिनगी हम तऽ बस दर्शकेटा छि परिवर्तनकेर अत घुटै-घुटैक अभाबेटा' पि रहल छी जिनगी …
Read more'मिथिला' राज्यकेर हम तऽ, जल्दीएँ निर्माण करबौ माए करए पड़ए हँसि- हँसिकऽ, जानो कुर्बान करबौ माए ॥ __.✍ विद्यानन्द वेदर्दी
Read moreमेहनत-बलसँ केहनो पत्थर फूटाए जाइछै, अन्हारो घरमे रोटी मुहँमे घोटाए जाइछै ! किएक नहि डरत इजोतसँ मोन हमर ? जखन इजोतेमे …
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