__✍ गायत्री सिंह लहान, सिरहा (नेपाल) - पायल! हेने सुनु एगो बात मलुम अछि ? आजुक कोन दिन छय से? - हँ! आई मंगल् दिन छैक। - चुप! भोथी, आई भेलेन्टाईन डे छै…
Read moreकहैत अछि की वैलेंटाइन डे के दिन में, सब के अरमान पूरा भऽ जाएत अछि ! वर्षो सँ चाहैत-चाहैत नहीं कैह सकलौं, आजुक दिन हुनकर जान भऽ जाएत अछि !!
Read moreअहाँक दिल में रहब मैसेज बनि कऽ, दिलक धड़कन में बाजब रिंगटोन बनि कऽ ! कहियो अप्पन दिल सँ अलग नै समझब, अहाँक संग चलब हम नेटवर्क बनि कऽ !!
Read moreहमर चेहराक हँसी छी अहाँ, हमर दिलक हरेक ख़ुशी छी अहाँ ! हमर ओठ के मुश्कान छी अहाँ, धड़कैत छैक ई दिल हमर जिनका लेल, उ हमर जान छी अहाँ !!
Read moreचाँद के तोड़ि' देबै, सूरज के मोड़ि' देबै ! अहाँ एकबेर हाँ तऽ कहु, बस, पहिनकी वाली छोड़ि' देबै !!
Read moreछवि : प्रिना तिवारी भूलो सँ हम आहाँके भूलि' नै पबैछी । मोन मे अहिंक तस्वीर गढैत रहैछी ।। नैनक' तीर चला करेजा केलौ छल्ली । तिरछी नजरि' सँ…
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