छवि : केकी अधिकारी ई देश ई शहर ई गाम अहिंके नाम ई अमृत ई बिष ई जाम अहिंके नाम हम तऽ इश्वर, अल्लाह नै अहाँक दिलके मुदा भेल हमहिटा' बदनाम अहिंके ना…
Read moreदेश अहाँ संगे ,प्रदेश अहाँ संगे जे बीतल ओ पल बेश अहाँ संगे दिलमे रहलौ एना दिलस नै जाइछि किछ रहलय जैन शेष अहाँ संगे बाजूने किछ आबो कहूने किछ लगैत रहैय…
Read moreमजबुरीमे मजदुरिक' जि रहल छी जिनगी फाटल अछि गरिबी सि रहल छी जिनगी हम तऽ बस दर्शकेटा छि परिवर्तनकेर अत घुटै-घुटैक अभाबेटा' पि रहल छी जिनगी …
Read moreब्याकुलता संग छटपट दा कहु ककरा मोनक ओ हर अटपट दा कहू ककरा आन उपरागि त बस नै अपनो सब छैहे अपनोे सँ आब खटपट दा कहू ककरा …
Read moreकाँट सँ भरल तलाबके बाते नै करू दिल तोरि' गेली जनाबके बाते नै करु सियाह भेल बादल बर्षलै नै कोना धोखा ओ दैत गेली तनाबके बाते नै करू आइर बनोने ओ बड डैर…
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