उ बीतल मुलाक़ात, अउर अप्पन दिलक ऽ बात लिख रहल छी ! अहिंक ऽ यादमें इ गज़ल लिख रहल छी !! पहिने नै छलौं हम शायर, मुदा आब शायर बैन रहल छी ! अहिंक ऽ याद…
Read moreजानकी मन्दिर जनकपुर धाम
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सुख और दुःख त ऽ एक सहेली अछि , हरेक जिनगीक ऽ इ एक पहेली छथि ! कखनो हँसबैत अछि त ऽ कखनो कनबैत अछि , याह ऽ त ऽ जिनगी जीय सिखबैत अछि !!…
Read moreहम कोना कहु की अहाँ छी बेवफ़ा , अहाँ त ऽ छी हमर दिलक ऽ देवता ! हमरा सँ एहन कोन भेल गलती जँ , अप्पन भक्त से ही रूठि गेलै देवता !!
Read moreप्रेम गज़ल अछि गुनगुना ब ऽ के लेल , प्रेम निगम अछि सुन्ना ब ऽ के लेल ! यी उ ज़ज्बा अछि जे सब के नै मिलैत अछि , किया कि हौसला चाहिँ प्रेम के न…
Read moreजब किनको सपना, किनको अरमान बैनजाय , जब किनको हँसि, किनको मुस्कान बैनजाय ! प्रेम कहैत अछि ओकरा , जब किनको सांस, किनको जान बैनजाय !!
Read moreई बहैत दर्द के नै रोकु , ई त ऽ सज़ा अछि प्रेम के ! लोग एकरा आँशु कहै या दीवानगी , मुद्दा, ई त ऽ निसानि अछि प्रेम के !!
Read moreकेश लगैय कारी भादो के बदरिया , पवन वसंती मारैय झोका ! भोउँ लगैय ईन्द्र के धनुष , कि कुदरत भी खा ऽ जाएत अहाँ के देखिक ऽ धोका !!
Read moreकोई हमर जीनगीमें आईब नै सकल , आइबो गेल त ऽ हमर जीनगी के ! कोई सजा नै सकल ! बेरंग छल हमर जीनगी हुनका बिन , उ मिल ल ऽ मुदा, हमर बेरंग जीनगीमें ... …
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