पडल महंग जे कनी हँसि गेलहुँ हम अोकर प्रेमक जाल मे फसि गेलहु हम छै अोकर प्रेम पाकिस्तानी सुरूङ सन बिच बाटेमे जा मिता धसि गेलहुँ हम मा…
Read moreबिलाई गेल भांटा बाड़ी कहलक यैह छै वृंदावन
Read moreआशा के दीप जरत जखन अन्हार भागि जएबे करतै दिन बदलतै राति ढलतै नवका भाेर हाेएबे करतै । जा धरि नहिं मंजिल भेटतै लडैत रहबै मरैत रहबै कतबाे कांट भरल वा…
Read moreचल-चल बौवा हर जोतैला ? ले हरबाही पैना रौं आब आबारा जेका घुम्ला सँ पेट नै भरतौं बौवा गुज्जर जै तौ कोना रौं _____________________________________…
Read moreघरे घर हाथ जोड़ि मांगौ भोट मुहमे मिसरी, खप्परमे छै खोंट पार्टी- प्रचारमे दौ पाॅटी ओभर, देखही बियर-दारू-मौँस रे ! अखन ने बनल छौ जन-नोकर, जितते बनतौँ बिग…
Read moreहमर अनमोल प्रेमक मजाक समझि, हमरा सँ दिल लगा क ऽ तोड़ि नई देब ! अहाँक बिन जिय के आदत नई अछि, हमरा अकेला जिय के लेल छोड़ि नई देब !!
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
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Read more__.✍ विन्देश्वर ठाकुर जनकपुर धाम (नेपाल) हाल : दोहा, क़तर - अएं ये, सुनैछी? - कि? - नै नै, कहूं त मिथिलाके सब कवि कतारे कोना चलि गेलियै?? - जा…
Read moreदेखही रौ भाई सब ई छौरी कोना करैत छै सन सन रौ ! घुमैत छै हरदम संगमे लऽ के समान दुटा आईटम बम रौ !!
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