हे परदेशी भैया आब अपनो नेपालमे घरबार बनाब पडत पहाडी होय चाहे मधेशी सब अटबला दरबार बनाब पडत हे परदेशी भैया मधेशीकऽ गुलामी देखल नहि जाईए मधेशी कऽ दु:ख …
Read moreलाले रंग चोलिया पऽ लाले रंग सडिया आ लाले - लाल यऽ गाल यै ! चलैत छी जेना छमैक - छमैक कऽ आई हेतै जेना कतौ बवाल यै !!
Read moreRead more
घटीत घटना सँ आँखि लाल भऽ गेल जाइनो बुझि कऽ चुप रहै छि तैं काल भऽ गेल जे एहन घटना घटबै छै..तकरा बाप सँ भेट करा दियौ बलत्कारी जखन पकडा जाइए तऽ जिन्दे जरा द…
Read moreए ! शान्तिदूत परवा उड़िकऽ आ अप्पन देशमे फैलऽवै तों शान्ति हिमाल, पहाड़ आ मधेशमे एतऽके सभ नर–नारी अछि शान्तिकेँ पूजारी सहत कोना हिंशा पसरल अछि समस्या भारी …
Read moreछवि : मैथिली गायिका आ RJ अंजू यादव ढकियाभरि प्रेम रहै अहाँ लेल छातीमे से की ! अहाँ बुझलियै ? लिखल एकटा लेटर रहै खुन सँ अहाँ लेल से की ! अहाँ देखलियै …
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin