अप्पन जीवन संगिनी बना लिअ हमरा , ई दिलमें कतौ नुका लिअ हमरा !! अहाँ होउ नै हमरा सँ कहियो दूर , ई ज़ालिम दुनिया सँ बचा लिअ हमरा !!
Read moreसुनु - सुनु एक कथा सुनु , गौरवमय मिथिलाकऽ गाथा सुनु ! नै वेद, नै कुरान के, कथा छैक अप्पन मिथिलाकऽ संस्कार के !! गामें - गाम, टोले - टोल , घुमिकऽ देखि…
Read moreएक दिनके बात छैक एगो छौड़ी अपना प्रेमीसँ कहैत अछि । छौड़ी : हम मोबाइल आ अहाँ ओकर सिम कार्ड ( छौड़ा तऽ खूबे खुश भगेल आ कहिय ) छौड़ा : अहाँ हमरा सँ…
Read moreपरदेशी यौ परदेशी ! परदेशी !! परदेशी !!! बैरी बैमनवां हमरो सजनावां सुति भुलैली की यौ बलमुवां परदेशी .............. सुन-सुना अँगना छै अहाँक बिना नि…
Read moreनितदिन ई बन्द हड़ताल किया ? अइ कोठी धान ओइ कोठी चाउर किया ? सत्ताके पाछु मरल गरीब जनता , नेताके चाहि अधिकार किया ? आम नागरिक भेल छै तवाह एत: उ मौज करैय…
Read moreमाई अहाँक नेह अनमोल , जेकर नै रहल कोनो मोल ! सौसे दुनिया हम घुमि एलौं , मिल ऽ ल नै कतौ एहन स्नेह !! मिठगर बोली रातिक ऽ लोरी , आरे निन्दिया चोरी - चोर…
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