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गज़ल ~ पूरा कदे हमर ईक्षा गै जूली
मैथिली लप्रेक ~ प्रेम केकरा कहै छय
गज़ल ~ सुनर रूप पऽ गुमान
गज़ल ~ नटखट आ नदान
गज़ल ~ चौठी चान देखलौ
|| गाम  ओतै  हमर  भाई ||