बिजुली चमकैत काल ठन्काक डरसँ हमरा माथ पऽ अपन हाथ ध'क हमर डारायल मनमे हिमत भैर देने छलीयै अहाँ से एकटा जवाना छल । अहाँक हमरा पऽ छल भरोसा आ हमर…
Read moreअहाँके जाईते जग्मगाईत इजोरिया कारी लगैय दिन कटि जाई छै कहुना राति बड़ भारी लगैय छुटलै जहिये अहाँक ठोरक मधुरस के रसपान तहिये सँ आब मिठ भाङ धथुर दारु तारी …
Read moreबिनु बजेनें चलि एलौं अहाँ । अप्पन रूप देखा देलौं अहाँ ।। हम अनपढ गवार संगे बिनु बुझ्नैं प्रेम कऽ लेलौं अहाँ । रस्ता भटकि रहल यात्रीके सु-मार्ग दर्शन …
Read moreकखनो भाव बनि जाइत छै भाप सन आ कि मनोरथ बनि जाइत छैक पाथर सन भारी भरकम नहि उठैत छैक ओकर कान्ह पर शोणित घाम सेहो बनि जाइत छैक रब्बी राइकेँ ऐढ़ैत अप…
Read moreमास फागुनमे कचकैए मोन सजना मास फागुनमे । कुहकै कोइलिया लागय रिंगटोन सजना मास फागुनमे ।। रंग अबीरक पठबै फोटो । पैघो रभसै रभसै छोटो ।। एसगरमे राति अकाबोन…
Read moreपल-पल हरपल अहाँक इंतज़ार कएलौं, हमर करेजसँ पुछु, कतेक अहाँसँ प्रेम कएलौं ! छोडिक' त ऽ चलि' गेलौं अहाँ जिनगीक डगरसँ, अहाँक कि मालुम अहाँ प ऽ …
Read moreदहेजक' नाम पऽ देखु भिख मांगि' रहल छैक संस्कार छोड़ि' पैसाकऽ पाछु लागि' रहल छैक घर-घरारी सब बिका गेलै परिवार पालऽ मे बेटि…
Read moreनैनमे काजल बनाकऽ हमरा बसाबि' लिय ठोरक मुस्कान बनाकऽ हमरा हसाबि' लिय अहाँक देख - देख कऽ जिनगी काटि' लेब…
Read moreअप्पन मिथिलाधाम छै बहुत महान यौ, स्वर्ग सँ सुन्दर अप्पन मिथिलाधाम यौ !! राजा जनक, माँ जानकी ऋषि मुनि सब, जन्म लेने छथि एहि धरती पर यौ !! मिथैली भा…
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