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Maithili Chutkula - एकदिन सोनु मोनु गाउँ सँ बाहर घुमेबाक लेल गेल ...
Maithili Shayari - मनक अरमान तऽ इहे छल की
|| बौवा हमर ||
|| पढ़ु लिखू ||
|| जंग के ऐलान करैत छी ||
|| मिथिलानी ||