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Read moreअहाँक ऽ चेहरा देख्ते, बेजान देहमें जान आयल ! वर्षहुँ वर्ष बाद आइ ठोर पर मुस्कान आयल !! गुजगुज अन्हारो लागैय हमरा टहटह ईजोरिया ! जेना गगनसँ उतरि ई धर्ती…
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याद बड़ आबैय अप्पन मिथिला, मैथिल हमर नाम ! स्वर्ग सँ सुन्दर पावन यौ भैया, अप्पन मिथिला धाम !! याद बड़ आबैय साथी संगी आ उ बाबा के दलान ! माई कहैत छथि चलिआ …
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रौ मिता, रौ संगी, हेरौ यार ! स्वार्थबिना दुनिया छै बेकार !! झुठेके बिया बुनि, झुठेके करे खेती ! दुनिया त ऽ छी झुठ - फुस के व्यपार !! क्षणभरिमें…
Read moreखालू यौ मिता मिथिलाक ऽ पान ! इ जीनगी नै छै एक समान !! जे खैलक मिथिलाक ऽ पान ! उ गबैत अछि एकर गुणगान !! जे नै खैलक मिथिलाक ऽ पान ! उ रहैत अछि सैदखन…
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हसैत ई हिया फेरसँ कठोर भ ऽ गेल ! आँखिक ऽ पानि बहि जखन नोर भ ऽ गेल !! समय छै पैघ बहुते बलवान एत ! प्रकृति ताण्डबसँ एकरे जोर भ ऽ गेल !! दिन दुपहर र…
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