|| बौवा हमर ||
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ ६
गज़ल ~ बेच देलियै हमर सच्चाँ प्रेम अहाँ बजार में
Maithili Shayari ~ दुनिया के हरेक खुशी अहाँक मिले ...
|| मिथिलाक' आन महाकवि विद्यापति ||
गज़ल ~ मैथिलके पहिचान विद्यापति
गज़ल ~ अनेक किसिमकऽ भाषन दऽकऽ
|| निर्माण मिथिला के ||
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ ५
|| सामा-चकेबा खेलू बहिना ||