नई हार नई जीत होएत अछि। प्रेममें सब अजीब होएत अछि।। डेग-डेग पऽ खिचल छैक लक्ष्मण रेखा। मिलऽल आ बिछरल नसीब होएत अछि।। कियो दुर तऽ कियो करीब होएत अछि। प…
Read moreघर-घर पाड़ल अरिपन देखियौ पसरल पुरी पकवान छै मेघ त'र सँ चंदा निकलल पावनि चौठीचान छै। खाजा लड्डू दही केरा आओर पान मखान छै प्रथम पूज्य आई घर-घर अओताह …
Read moreजे दुःख सँ लैड कऽआगू बढ़ैत अछि, हुनका पऽ सुख सर झुक्बैत अछि !!
Read moreअबला नारी छी हम अहाँ लेल तइँ सरकारी छी हम अहाँ लेल॥ जनमेसँ नञि पेटहिके भित्तरसँ, माथक भारी छी हम अहाँ लेल ॥ कतबो जँ पसारि दी ईजोरिया, झामर कारी छी हम…
Read moreहे वीर मधेशी ध्यान धरु अपन स्तर पहिचान करु छी बापक जन्मल बेटा जँ माँ मिथिलाके के उद्धार करु हे वीर मधेशी ......... लेहु स लतपत भेल मधेश आबो एकरा…
Read moreहे नटवर गीरीधर गीरीधारी । केशव माधव कृष्ण मुरारी ।। बाट जोहैथ राधा आठो याम यौ । घूरि आउ कान्हा गोकुल धाम यौ । सुन जमुना तट, उदास छै गैया । बाट जोहै …
Read moreउगऽ झट्ट दऽ जुड़ाबऽ जान हे धूमधामसँ पूजब चौठी-चाँन हे चिकनि माटिसँ सभतरि निपलहुँ पिठारक अनेक अरिपन लिखलहुँ चमचम चमकै अंगना-दलान हे उगऽ झट्ट दऽ जुड़ाबऽ …
Read moreरे मिता ! प्रेममें डूबिओक' पार नई होएबे यदि पार भऽ गेले तऽ ई दुष्ट संसार तोरा पार करऽ देतै कहाँ ! प्रेम पऽ प्रतिबन्ध लगबैत आएल छै एत: सदियों सँ …
Read moreछवि : नाविका आ रिआन हाथमे राखी ललाट पर चंदन आइ अछि पावन रक्षाबंधन सिनेहक धारमे बहत दुनियाँ कोन कवि करत महिमा मंडन जेबी खाली हेतैक भाइ सभक बहि…
Read moreछवि : विकाश आ नविका भाई-बहिनक प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दन…
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