एकदिन सोनु मोनु गाउँ सँ बाहर घुमेबाक लेल गेल छल। बाट्में एगो पैघ आदमी अप्पन कपार के पत्थर प ऽ खूब जोर सँ पिट रहल देखिक ऽ सोनु कहैत अछि ! सोनु : रे ! मो…
Read moreमनक अरमान त ऽ इहे छल की , जीयब मरब अहाँक ऽ संग ! इ जिनगी चलैत रहे अहिंक ऽ हाथ पकैड़ क ऽ , मुदा, किस्मत के इ मंजूर नै छलैथ एलै एहन हवाके झो…
Read moreहमरो बौवाकें मामा , किनके लैथिन जामा ! बौवा जेथुन मामा गाम , आएल छै बौवाकें नाना !! नानाके बारीमें फरल लताम , बौवाके मुंहमें भेल नै दाँत ! बौवाके नान…
Read moreकरिया कौवा उजरा कौवा , स्कुल पढ़े जाउ यौ बौवा ! पढ़ि लिखक बनु बुद्धियार , साँझके किनदेब चकलेट चार !! सिलेट लऽ लिय पिनसुल लऽ लिय , हाथमें लऽ लिय खाएलेल …
Read moreअपनाकऽ वीर गोर्खाली कहैत छी , बन्दूक लऽ खाली वार करैत छी ! दम हबे तऽ आउ खाली हाथ , हम मधेशी जंग के ऐलान करैत छी !! नै तिर चलत नै चलत तलवार , आ नै…
Read moreअहाँ छी चनचल गुड़िया मिथिलाके , मिथलानी हवे अहाँक नाम ! बढ़ैबहो सगरो जगमें माई-बाबूके मान , मिथिलाके धिया सिताके सामान !! देखिक' आहाँक एहन स्वरुप ,…
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