माँ मधेश हकन कानि रहल यऽ ओ निर्लजा नइ जानि रहल यऽ॥ छीनकऽ अनकर हक़-अधिकार चारि-चारि हाथ फानि रहल यऽ॥ समानताके आवाज उठेला बाद, छाती पर बन्दुक तानि रहल य…
Read moreहाल जिनगीके कि हम बताऊ राधा , मोन होइय जिवते मरि जाऊ राधा॥ लागैय चहुँओर गुजगुज अन्हरिया , नेहकऽ दिप लेसने अहाँ आऊ राधा॥ पागल सन अनेरे तकैत छी सगरो , …
Read moreआब तऽ असगर जीब मुस्किल यऽ मिता , चारूओर देखा रहल झिलमिल यऽ मिता !! कहादनि तमसा गेल मोनक देवता हमर , तबे प्रीतमें हमरा, लागल गहिल यऽ मिता !! हरक्षण ओकर…
Read moreआङ्गुर पर नचा रहल य गरिबी बहुत चीज सिखा रहल य गरिबी॥ आन्हर बनि जिवैत रहलौ सदित, आँखि आइ खोला रहल य गरिबी॥ दुखक पहाड़ टुटि गिरल छातीपे, हकनि नो…
Read moreलगाक ऽ गर्दनमें जोरी मरतै कते हे गे गोरी । । बात कि तोहार ( अंदर छौ ) - २ हे हे… डिजाइन बड़ डेंजर छौ ! देखक ऽ मदमस्त यौवन फिसलौ सभक ऽ तनमन गोर…
Read moreअहाँक ऽ चेहरा देख्ते, बेजान देहमें जान आयल ! वर्षहुँ वर्ष बाद आइ ठोर पर मुस्कान आयल !! गुजगुज अन्हारो लागैय हमरा टहटह ईजोरिया ! जेना गगनसँ उतरि ई धर्ती…
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