हे परदेशी भैया आब अपनो नेपालमे घरबार बनाब पडत पहाडी होय चाहे मधेशी सब अटबला दरबार बनाब पडत हे परदेशी भैया मधेशीकऽ गुलामी देखल नहि जाईए मधेशी कऽ दु:ख …
Read moreलाले रंग चोलिया पऽ लाले रंग सडिया आ लाले - लाल यऽ गाल यै ! चलैत छी जेना छमैक - छमैक कऽ आई हेतै जेना कतौ बवाल यै !!
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घटीत घटना सँ आँखि लाल भऽ गेल जाइनो बुझि कऽ चुप रहै छि तैं काल भऽ गेल जे एहन घटना घटबै छै..तकरा बाप सँ भेट करा दियौ बलत्कारी जखन पकडा जाइए तऽ जिन्दे जरा द…
Read moreए ! शान्तिदूत परवा उड़िकऽ आ अप्पन देशमे फैलऽवै तों शान्ति हिमाल, पहाड़ आ मधेशमे एतऽके सभ नर–नारी अछि शान्तिकेँ पूजारी सहत कोना हिंशा पसरल अछि समस्या भारी …
Read moreछवि : मैथिली गायिका आ RJ अंजू यादव ढकियाभरि प्रेम रहै अहाँ लेल छातीमे से की ! अहाँ बुझलियै ? लिखल एकटा लेटर रहै खुन सँ अहाँ लेल से की ! अहाँ देखलियै …
Read moreजगले छी भगले छी अँहु आउ तकले छी छोडब नै लगले छी धनकल नै पकले छी संगे रहब बँटले छी ___________________________________________ __.✍ राम सोग…
Read moreउगि गेल चौठी के चान खाली हाथ नै देखू कियो हम होई अथवा होई आन ! दही के मट्कुरी लिय या लिय पुरुकिया के पँपथिया सब गोटे कर जोरि करू प्रणाम !! मिथ…
Read moreनई हार नई जीत होएत अछि। प्रेममें सब अजीब होएत अछि।। डेग-डेग पऽ खिचल छैक लक्ष्मण रेखा। मिलऽल आ बिछरल नसीब होएत अछि।। कियो दुर तऽ कियो करीब होएत अछि। प…
Read moreघर-घर पाड़ल अरिपन देखियौ पसरल पुरी पकवान छै मेघ त'र सँ चंदा निकलल पावनि चौठीचान छै। खाजा लड्डू दही केरा आओर पान मखान छै प्रथम पूज्य आई घर-घर अओताह …
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