देह सँ देह सटिते , देह इनहोर भऽ गेलै राति पडल छलै भारी, चटसँ भोर भऽ गेलै बड अजगुत लागल, चारु नयनक भाषा मिलते चारु अन्हारीया, राति इजोर भऽ गेलै…
Read moreफागुनमे सईयाँ कएलौं वादा गेलौं अहाँ छोडि के संगे रहितौं तऽ बियर पियैबती ओठलाली से गिलास भरि के उराबै छलै रंग संगे सखिहो सहेली हम छलौं घरमे बैठल एकेल…
Read moreहे लोकक विश्वास घात नै करियौ सूथनीसनके बात नै करियौ बैसल छै सब मिलिक' एहिठाँ जहर घोरिक' कात नै करियौ अखना अखना भऽ जेती मिथि…
Read moreअहाँक प्रेमक' पियासल छी प्रिय, निंद नै आबै तें जागल छी प्रिय ! यादमे अहिंक तडैप काटि' रहल छी जिनगी, ऐना नै कहु की अहाँक छोडि' भागल छी प्रि…
Read moreविद्या दायनी, हंस वाहिनी माँ भगवती ज्ञानक गठरी खोलि दिय हे माँ सरस्वती ।। अहाँक चरण में झुकबैत छी शीष हे देवी कृपा करि, दिय आशीष हे माँ सरस्वती ।।…
Read moreविणा बजबियौ मईया तिनु लोगमे सुनबियौ हंस प ऽ सवार भ ऽ के मईया चलियबि यौ सत/सत नमन हम करैछी सुनुहे मईया शारदा भवानी जकरा प ऽ मईया अहाँक कृपा भ …
Read moreडिजिटल फगुआ खेलएब सजना । हे हे डिजिटल - - - जखने सजन जी अॉन लाइन हेता । रंग अबीरक जीआइएफ पठेता ।। गुलालक पीडीएफ पठएब सजना । सजन जीकेँ चौसठि जीबी मेम…
Read moreहम बादल केर बिछौना पर सपनाक सिरमा साटि अकाशक तरेगन सभके लीला देख' बला मनुख हम अपने कविताक पियास छी हमर सभ अंग जा धरि साहित्य केर रससँ नै मातत ता…
Read moreअहाँके आद अछि ओ दिन आईसँ ठिक १२ बर्ष पहिने आजुके दिन भेल छलै निबन्ध लेखन प्रतियोगिता २५० शब्दमे तँहिमे धन्यवादके पात्र बनल छली हम अहाँ तरफसँ आ अहाँ …
Read moreआबू सबकिओ मिलि करैछी औझका दिनके स्वागत यौ पुत्रक घर सूर्यदेब पहुँचल करियौन आगत भागत यौ ।। शनी देवता पुत्र छयनि हिनकऽ मकर राशीके स्वामी यौ उत्तरायणके सम…
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