किनको नै होइत अछि कफ़न रंगीन जिनगी में , हमर अप्पन कहै छी किया ज़मीन जिनगी में !! घेरा घेरकऽ प्रेमके पाथर बनौलकऽ हृदय , फेर सोचैछी किछु करब हम अधीन जिन…
Read moreकिस्सा सुनाबि हम किनका खिस्सा जियान भऽ गेल ! प्रेमक ऽ अगाँज कऽ हमरासँऽ ओ दोसरके जान भऽ गेल !! हुनके प्रेमके रँगमे रँगायल छलौ हम ! फेर उहे बेवफा …
Read moreहृदयमें घर बनाक ऽ प्रेमक ऽ संगीत सँ सजेलौं अहाँ ! फेर नाजुक दिल हमर तोड़ि कत चलि गेलौं अहाँ !! हर एक साँस प ऽ अहिंके नाम लिखने छलौं प्रिय ! स्नेहक ऽ …
Read moreकतेक बयान करू हम , सगरमाथा सिर के ! अबैय याद प्रिय , अहाँक नैनकऽ तीर के !! सुनबै छी दुःखकऽ बात , ई बिरान विदेश के ! अबैय याद हमरा मिथिला प्रदेश के !…
Read moreरिश्ता में प्रेमक ऽ मिठास रहै , नै मिटैवाला एकटा ऐहसाँस रहै ! कहबाक ऽ लेल छोट अछि जीनगी , मुदा, अहाँ बिन जीनगी हमर उदास रहै !!
Read moreयाद बड़ आबैय अप्पन मिथिला, मैथिल हमर नाम ! स्वर्ग सँ सुन्दर पावन यौ भैया, अप्पन मिथिला धाम !! याद बड़ आबैय साथी संगी आ उ बाबा के दलान ! माई कहैत छथि चलिआ …
Read moreप्रेम गज़ल अछि गुनगुना ब ऽ के लेल , प्रेम निगम अछि सुन्ना ब ऽ के लेल ! यी उ ज़ज्बा अछि जे सब के नै मिलैत अछि , किया कि हौसला चाहिँ प्रेम के न…
Read moreजब किनको सपना, किनको अरमान बैनजाय , जब किनको हँसि, किनको मुस्कान बैनजाय ! प्रेम कहैत अछि ओकरा , जब किनको सांस, किनको जान बैनजाय !!
Read moreई बहैत दर्द के नै रोकु , ई त ऽ सज़ा अछि प्रेम के ! लोग एकरा आँशु कहै या दीवानगी , मुद्दा, ई त ऽ निसानि अछि प्रेम के !!
Read moreकेश लगैय कारी भादो के बदरिया , पवन वसंती मारैय झोका ! भोउँ लगैय ईन्द्र के धनुष , कि कुदरत भी खा ऽ जाएत अहाँ के देखिक ऽ धोका !!
Read moreअहाँक बेरुखि के रुतवा देलौं हम , प्रेमक ऽ हर फर्ज़ अदा पूरा कयलौं हम ! इ नै सोचु कि हम भुइल गेलौं अहाँके , आजू भगवान सँ पहिने, अहाँक ऽ य…
Read moreहमर दोस्ती के अंदाजा नै लगा पायब , खुद के भुइल जायब, मुदा हमरा नै भुइल पायब ! एक बेर हमरा सँ जुदा भ ऽ क ऽ त ऽ देखु , अहाँक ऽ किरिया ह…
Read moreचलि आउ कटनी में गाँम यौ सजना , अहाँ बिना सुना अछि दलान यौ सजना ! फिक्का परल अछि हमर सब गहना , चुरी हँसि ऽ हँसि ऽ क ऽ ताना मारैय कंगना !!…
Read moreप्रेेम के भी कुछ अंदाज़ होएत अछि , जगल आँखि में भी किछ, ख्वाब होएत अछि ! इ जरूरी नै अछि की गम में ही , आँसु निकलैत अछि , जगलो आँखि में सैलाब ह…
Read moreअहाँ अप्पन दिल सँ ए ना पुकारल नै करू , नैनक ऽ वाण सँ इसरा नै करू ! दूर छी अहाँ सँ मज़बुर छी हम प्रिय , अहाँ ए ना तन्हाई में तड़पावल नै करू !!…
Read moreसारा रारा रारा सारा रारा रारा जोगीरा सारा रारा ! ! ! ! … वाह ! भाई वाह ! ! वाह ! खिलाड़ी वाह ! ! होलिये में भैया छोइर चैल गेल सउदी भाई चैल गे…
Read moreराजदेब राज मिथिलाञ्चल शायरी के मेम्बर रचनाकार राजदेब राज जी के रचना सब स्टेप By स्टेप पढ़ि सकैत छी। आ मिथिलाञ्चल शायरी पर अपने सब मैथिली में रचना, शायर…
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