चोर नयन सँ मन चोराव चाहैछी अहाँ के ! अपन मोनक मित बनाव चाहैछी अहाँ के !! मोन मे प्रेमक बादल उमरि' रहल छैक ! वर्षा बनि' भिजाव चाहैछी अहाँ के !! …
Read moreकखन हरब दुःख मोर यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर जग सँ थाकि आहिं लग एलऊँ - २ गहल चरण हम तोर यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर सबहक आश पुरेलियै यौ बाबा हमरो हरु ने क्ले…
Read moreआएल राखी के त्योहार, संग खुशील'य हजार ! जाएब भैया संग बाजार, किनब समीज सलवार !! थाड़ी आरती के सजाएब, टीका माथा पर लगाएब ! अरिपन अंगना मे बनाएब, ठा…
Read moreरहि-रहि क ऽ बाट हम ताकी, राखी सँ सजा रखने छि थारी !! जखन अबै अहि गली में गाड़ी, खिड़की सँ चटहि हुलकी मारी !! नैहर सँ भेजतै माइयो सनेश, भौजी भेजथिन फेर स…
Read moreकाल्हि ईद हेतै हँसैत कनी ठोर हेतै मुदा मन कनी उदास हेतै हाथ भरि ओकर मेहदी रंग नै निखार एतै देह में नव कपड़ा सँ सजल धजल तबो पावनि ईद हुनका लेल नै सोह…
Read moreहम जेना रहै छियै अधुरा, ओहो रहैत होतै पीडा बिछोडक' हमरे जकाँ, ओहो सहैत होतै होतै निरन्तर अबैत नयनमें जखन ओ कोहबर घर विरह कें आगिमे हमरेसन, ओहो जरैत ह…
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreबिनु अहाँ राति' लगै पहाड़ सन । दिन सेहो सगरो लगै अन्हार सन ।। कतबो दिअ अहाँ भरोसा यौ साजन । लगैय हमरा ओ छुछ दुलार सन ।। घर सँऽ बहराइते सब ताक…
Read moreचलु गौरी फेरो ओहि मिथिला अंगना ! बनल रहियै हम ओतइ उगना !! कैलाशो हमरा आब निक नै लगैया ! मिथिले में रहबै मिल'क दुनु जना !! जहिए सँ हम एलौ भाँ…
Read moreएकटा आदमी साईकिल पर जा रहल छलाह । साईकिल के पाछु हुनकर बच्चा बहुते जोर सँ कानि' रहल छल। बच्चा के काँनैत देख एकटा राहगीर ओही आदमी सँ कहैत अछि । र…
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