तिले तिल आब बढ़त दिन सभक मोनमें ई बात गढ़त दिन भोरे भिन्सर उठि नहाँ-सोनांह कऽ बौआ बुच्ची लाई' लेल लड़त दिन मिथिला …
Read moreकिछ पाबैक लेल , दिन राति मेहनत करे परैत अछि !
Read moreचौबनीया मुस्कि मारलक बेजोर उरल मोन गगन के ओर धियापूता मोन नै बूझलकै दौरल उरैत तितली के पाछू रूचीगर सँ खेए लागल प्रेमक कचरी पहीनके कर मे परल अकरी …
Read moreछवि : प्रिना तिवारी भूलो सँ हम आहाँके भूलि' नै पबैछी । मोन मे अहिंक तस्वीर गढैत रहैछी ।। नैनक' तीर चला करेजा केलौ छल्ली । तिरछी नजरि' सँ…
Read moreकोन बसात बहलै सब किछु उड़िया लऽ गेलै दैवा हमर जिनगीक खुशी क्षणहि उड़ा लऽ गेलै । बैसल कानि' रहल छी अप्पन दुर्दशा देख रहल छी नेह चिरई के हमरा सँ बेदर…
Read moreरे भाइ एक दिन हमहुँ अमिर बनबै अपना जिनगी`के अपने तकदिर बनबै भल्ही छि हम दुःखक रड जका फेकल धधकैत आगिमे पिघला कऽ जन्जिर बनबै असहाए के सहयोग कऽ झोली …
Read moreगरम परोठा मक्खन वाला, भोरे-भोर अजमाऊ। आ भोजन में दाईल-भात-घी, तीमनक संग में खाउ। तखनहि भेंटत पूर्ण विटामिन, पोषक तत्व अहाँ पायब। दिनभर उड़…
Read moreआँखि' - आँखि' सँ इसरा चलि' गेलै, नज़र के तीर दिल पऽ गडि' गेलै ! अधूरा छल अहाँ बिन हमर जिनगी, एलौं तऽ ई जिस्म के जान मिल गेलै !!…
Read moreबाबू हौ नई हम जईवो काम करैला हमरा लिखा दा स्कूल मे नाम सबगोटे जाइ छैक स्कूल पढ़ हमरा कईला, करबैत छा काम धन्दा हौ बाबू ! लिखादा स्कूल मे नाम हौ बाबू …
Read moreदिल सँ दिल मिल'लऽ प्रेमक' बैसार भेलै । रहि असगर हम कतेक दुलार भेलै ।। एतेक दिन छलै प्रेम दिलमे नुकाएल । आई जन जनके बिचमे देखार भेलै ।। आँखि'…
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