ई शायरी प्राप्त करि !
Read moreजाईत जाईत मे कनिक तका गेल, हुनकर मुँह कनिक देखा गेल ! साइकिल हमर गिर गेल , ठेहुना मे चोट सेहो लागि' गेल !! [ १ ] बड़का-बड़का आँखि' छल , जाहिमे…
Read moreनहिं ऐलै राति निन्द बस लिखैत गेलहुँ अपन दर्द कागज पऽ निखारैत गेलहुँ रही जमिनपऽ कोना छुब सकब अकाश बस तरेग्न बिच, चाँन्द निहारैत गेलहुँ कमजोर रहिती तऽ क…
Read moreरोवके दिन अछि, तैयो नोर बचाक रखने छी ! धोका भेल जतेक, सब टा सजाक रखने छी !! आब बितल याद कैयो कऽ, हम कि कऽ सकैत छी ! बस अपना मनमे एकटा घाउ जगाक रखने छी !…
Read moreझूठा प्रेम अछि अहाँक.... बाहर सँ झूठा मुस्कान अछि अहाँक.... भीतरसँ तिरिया चरित्र अछि अहाँक.... हम तऽ एक पागल प्रेमी छली ! डूबल रहैत छली प्रेममें अ…
Read moreहम अतेक बुझितो छवि : मैथिली कलाकार - सरिता साह अपन मन घबाह कर पऽ बिवस भगेलहुँ । कि तोरा मनमे धोंइध छौ जतऽ पहिलेसँ कतोको मन घायल छै तोहर चेछरल घा…
Read more__.✍ मो. अशरफ राईन सिनुरजोड़ा, धनुषा (नेपाल) हाल : दोहा, क़तर - समतोलिया एना किया ओहि कात मुह घुमा कऽ सुतल छी ? कनी हमरा दिस घुमू नऽ । - दूर जाउ !…
Read moreजानो सँ ज्यादा अहाँ पऽ करैत छी सजनी भरोसा ! देब नई सजनी कहियो हमरा के धोखा !! घर द्वार छोडि देलौ अहाँक लेल समाज सँ लडि गेलौं ! छोड़ब नई कखनो जिनगीक …
Read moreमाई गई मनसा भेल चूईल्ह फुकना आब दिन कोना कऽ जेतैय गई माई गई मनसा भेल रोटी गिनना आब दिन कोना कऽ जेतैय गई
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin