होलीमे देबरा करैत छलै तंग यौ सुन्नर जवानीमे डालै छलै रंग यौ सरारारा जोगिरा सरारारा रंग अबिर उडैट छलै उपर देबरा हमर लागै छलै कबुतर रंग लगाबै बलाउजके भि…
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreहमरा संग हाथमे हाथ मिलाके देखु हाथमे मेंहदी हमर नामके रचाके देखु हमरा किए कारी भैसी कहि रहल छी काजल समझिक' अहाँ आँ…
Read moreहेज केर हेज हमर प्रतिदून्दी बैसल अछि हमर सफलताक बाट पर रोड़ा,पत्थर, पहाड़ बनि हमर अस्तित्व गिराब लेल हमर पहिचान मेटाब लेल मुदा, अपन इक्छा सक्ति बले अ…
Read moreबिजुली चमकैत काल ठन्काक डरसँ हमरा माथ पऽ अपन हाथ ध'क हमर डारायल मनमे हिमत भैर देने छलीयै अहाँ से एकटा जवाना छल । अहाँक हमरा पऽ छल भरोसा आ हमर…
Read moreअहाँके जाईते जग्मगाईत इजोरिया कारी लगैय दिन कटि जाई छै कहुना राति बड़ भारी लगैय छुटलै जहिये अहाँक ठोरक मधुरस के रसपान तहिये सँ आब मिठ भाङ धथुर दारु तारी …
Read moreबिनु बजेनें चलि एलौं अहाँ । अप्पन रूप देखा देलौं अहाँ ।। हम अनपढ गवार संगे बिनु बुझ्नैं प्रेम कऽ लेलौं अहाँ । रस्ता भटकि रहल यात्रीके सु-मार्ग दर्शन …
Read moreकखनो भाव बनि जाइत छै भाप सन आ कि मनोरथ बनि जाइत छैक पाथर सन भारी भरकम नहि उठैत छैक ओकर कान्ह पर शोणित घाम सेहो बनि जाइत छैक रब्बी राइकेँ ऐढ़ैत अप…
Read moreमास फागुनमे कचकैए मोन सजना मास फागुनमे । कुहकै कोइलिया लागय रिंगटोन सजना मास फागुनमे ।। रंग अबीरक पठबै फोटो । पैघो रभसै रभसै छोटो ।। एसगरमे राति अकाबोन…
Read moreपल-पल हरपल अहाँक इंतज़ार कएलौं, हमर करेजसँ पुछु, कतेक अहाँसँ प्रेम कएलौं ! छोडिक' त ऽ चलि' गेलौं अहाँ जिनगीक डगरसँ, अहाँक कि मालुम अहाँ प ऽ …
Read moreदहेजक' नाम पऽ देखु भिख मांगि' रहल छैक संस्कार छोड़ि' पैसाकऽ पाछु लागि' रहल छैक घर-घरारी सब बिका गेलै परिवार पालऽ मे बेटि…
Read moreनैनमे काजल बनाकऽ हमरा बसाबि' लिय ठोरक मुस्कान बनाकऽ हमरा हसाबि' लिय अहाँक देख - देख कऽ जिनगी काटि' लेब…
Read moreअप्पन मिथिलाधाम छै बहुत महान यौ, स्वर्ग सँ सुन्दर अप्पन मिथिलाधाम यौ !! राजा जनक, माँ जानकी ऋषि मुनि सब, जन्म लेने छथि एहि धरती पर यौ !! मिथैली भा…
Read moreदेह सँ देह सटिते , देह इनहोर भऽ गेलै राति पडल छलै भारी, चटसँ भोर भऽ गेलै बड अजगुत लागल, चारु नयनक भाषा मिलते चारु अन्हारीया, राति इजोर भऽ गेलै…
Read moreफागुनमे सईयाँ कएलौं वादा गेलौं अहाँ छोडि के संगे रहितौं तऽ बियर पियैबती ओठलाली से गिलास भरि के उराबै छलै रंग संगे सखिहो सहेली हम छलौं घरमे बैठल एकेल…
Read moreहे लोकक विश्वास घात नै करियौ सूथनीसनके बात नै करियौ बैसल छै सब मिलिक' एहिठाँ जहर घोरिक' कात नै करियौ अखना अखना भऽ जेती मिथि…
Read moreअहाँक प्रेमक' पियासल छी प्रिय, निंद नै आबै तें जागल छी प्रिय ! यादमे अहिंक तडैप काटि' रहल छी जिनगी, ऐना नै कहु की अहाँक छोडि' भागल छी प्रि…
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin