नेह भेलै कोना से ने पुछू नऽ मीत, केश खोलने रहै से हम घबरा गेलौ ! बात कहिते रही दू टा प्रेम सँ भरल, लव यू कहिते मे ठोर जेना लर्बरा गेलौ !!
Read moreआई निंदबासन रात्रिमे अद्भुत सपन देखलौं । बिचित्र रुपमे एकटा नारी आ हाथमे कफन देखलौँ ।। कुछ लोक ओकरा पछाडी रंग बिरंगकें झण्डा लेने अवाज लगबैत …
Read moreसय बेर मरि - मरिक', एकबेर जीयके मजा अल्गे ! हँसी बाँटि - बाँटि दोषरमें नोर पियके मजा अल्गे !! निर्दोष प्रेममें विश्वाश घात केनीहार सब संग ! धोखा…
Read more__✍ मनिष भाई सोना जेहन रुप अहाँ के, चाँदी जेहन केस ! अहिंके याद कऽ के सजनी, भुलि जाईछी सब दु:ख कलेश !! । १ । अहाँक फोट…
Read moreआँजुरकऽ कटोरा सँग ढार छि आयल अहाँ के द्वार हे मइया सुनियौ अहाँ पुकार अहि भिखारी के करू उद्धार अहिंक रचल अछि संसार सगरो पसरल छै अत्याचार हे मइया सहल न…
Read moreचुटकीयो भरि लाज-शरम करितौ, सोचि-विचारि कोनो करम करितौ॥ मारैएके छल तऽ जिआ जिआ किए, जमीन भित्तर जिन्दा दफन करितौ॥ जौ होइतै ओ करेजामे दिल अहाँके, दुरीक आ…
Read moreबेटी के जन्म सँ लोक डेराइत छथि तें आब तऽ दहेज़ बन्द करहे पड़त । ई दहेज़ बड्ड पकठोस भऽ गेल अछि तें आब तऽ फाँर बानिह् कऽ लड़हे पड़त ।। आब दहेजो के म…
Read moreमाई जान पऽ खेल के प्रदेशसँ, रूपैया कमा के लैबौँ ! प्रदेशमें मेहनत मजदूरी करि, रूपैया जमा के लैबौँ !! अनपढ़ जका गाउँ घरमें, बौँवाईत हम रहैं छी ! द…
Read more__✍ बाल मुकुन्द पाठक पूबरिया बाधक एकपएरिया धेने दुनू बढ़ल जाइत छल । आगां - आगां विक्रम, पाछां सँ कृति दु…
Read more__✍ एस के मैथिल पतली कमर तोहर लच - लच करैत छौ - २ लच - लच करैत छौ - ३ लच - लच करैत छौ... गे....... जवानी के - २ …
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