गज़ल ~ कहिँ हमरो जौ बहिन रहैतियै
|| दिदी के दुलार ||
|| इ राखीके डोर अछि ||
|| रक्षाबन्धन ||
गज़ल ~ राखी लेने बहीन
लघु कथा ~ सेनुर
|| बन्हबै राखी ||
गज़ल ~ आइ फूल अपन ब्यथा सुनबै अछि
|| भैया हमर ||
Maithili Shayari ~ ओ हात-हात नै