हे प्रभु आजू शिव रात्री के दिन छैक अहाँ भाङ्ग पिके भकुवाएल छि किऐ भक्त सब जल लेने आबिगेल अहाँक दुवार अहाँ कैलाश पर्वत मे जाके नुकाएल छी किए भाङ्ग धतु…
Read moreमैथिली अछि हमर मातृभाषा, कोना करु दोसर पर आशा ? काश मैथिली पढितौ लिखितौ, मनमे अछि पहिल अभिलाषा !! अङ्ग्रेजी नेपाली खुब रटलियै, अर्थ कि रहे किछ ने बुझलि…
Read moreमोनक आकास पर घिरलै बादल , छै सौंसे सनसाइन डे । हैप्पी भेलेनटाइन डे -- हैप्पी भेलेनटाइन डे ।। औंठी देलियै झुमका देलियै , देलियै पाएरक' पायल । प्रेम …
Read moreअहाँक याद मे केना दिन राति', कटै छी सजना हमीहि' जनै छी !! अहाँ छोरि' कऽ गेलौं विदेश, हम कोना रहैं छी यौ !! सब दिन अहाँक' माई-बाबू, हर-ह…
Read moreभुखल माई केर आँखि में नोर, बेटा खाई तरल परोर। बापक देह पर नै अंगोछ, बेटा के नै तकर संकोच। पेट काटि के पोसलनि जकरा, से माँगै बस हिस्सा, बखरा।…
Read moreछवि : मैथिली कलाकार सरिता साह अहाँ प्रेमक एहसाश चाही, ई दिल के सुनेवाला आवाज़ चाही ! हमरा आओर किछ नै चाही, अहाँक साथ चाही !! अहाँक एक नज़र देखिक, दिलक…
Read moreछवि : नाविका पूर्वे भान नहि भेल साले साल जानकी नवमी जँका मनाबति जन्मोत्सव आ की आँगनमे गुड़कति दीग दीग थैया करति खसैत उठैत थाकल ठेहियेल…
Read moreमोन पारु बिसरल बात मोन पारु अपन माएक बोल सदिखन अहाँ उचारु जे शब्द सब परता पड़ल जाइए जे सँस्कृती सब आब उठल जाइए हे यौ बगरीया तेकरा सब मिलि उराहु…
Read moreबिन्ती हे माँ सरस्वती, जिनगी हमर समहारि दिय हम अज्ञानी ज्ञानक दिप अहाँ, अहिबेर बाइर दिय आखिँ देखतो आँन्हर छी, अहाँक आशिष बिनु कोन जुक्ति लगाक हम इ अहाँ …
Read moreमाँ सरस्वती दियौं अहाँ सबके बुद्धि,ज्ञान हे अहिं हंसवाहिनी छी अहिं ज्ञानक भन्डार हे बौवा, बुच्ची, सँ लऽकऽ यहाँ बुढ़ बृद्धा सबके ज्ञानक जोती बारैत रहू…
Read moreचौबनीया मुस्कि मारलक बेजोर उरल मोन गगन के ओर धियापूता मोन नै बूझलकै दौरल उरैत तितली के पाछू रूचीगर सँ खेए लागल प्रेमक कचरी पहीनके कर मे परल अकरी …
Read moreकोन बसात बहलै सब किछु उड़िया लऽ गेलै दैवा हमर जिनगीक खुशी क्षणहि उड़ा लऽ गेलै । बैसल कानि' रहल छी अप्पन दुर्दशा देख रहल छी नेह चिरई के हमरा सँ बेदर…
Read moreछठी मईया अहाँक ऽ महिमा छथि अपरमपार, करैत छि अहाँ सभक ऽ दुःख के बेड़ापार ! जे करैत छथि छठी पाबैनक ऽ त्योहार , सदा रहैत अछि हुनका प ऽ कृपाक ऽ अपार !! …
Read moreभरि साल ओ रहली सासुर नैहर आब बजाबू एलै देखियौ खरनाके दिन सामा चलू बनाबू छोटकी बहिनो हंस बनाबू जेठकी दिदी चकेबा हम बनाबी ढोलकियासब…
Read moreकोइ रौदे - रौद सँ जरै छैक, कोइ ठंडे - ठंड मे मरै छैक !! कोइ खाति' - खाति' परेशान एत, केकरो रोटियो पर नै नुन पडै छैक !! …
Read moreदीप जराव दीप जराव आई शुभ दीवाली छै, हँसी खुशी सब संग नाचू आई शुभ दीवाली छै ! चलु सब मिलजूल माँ लक्ष्मी जी के पूजन करै छी, घर-घर जाक' मिठाई बटैछी, आ…
Read moreजगमग दीप सँ सजल अप्पन मिथिला , सगरो खुशयाली छायल अछि ! घर - घरमें दीपक ऽ ज्योति सँ , हर घर जगमगायल अछि !! मन हमर बिभोर भेल अछि , खुशयाली देखि …
Read moreगाम अप्पन त'अ गामे अछि, सहरक त'अ बस नामे अछि। गामक पोखैर उमकि नहायब, मायक हाथक रोटी खायब सबटा आब अरमाने अछि। गाम अप्पन त'अ गामे अछि.…
Read moreजीनगीमें की छै, दर्द छै पीड़ा छै ! हँसी की, खुशी की, गरीबकें एहने कथा छै !! जीनगीमें की अप्पन, अपनों अखन बेपता छै ! साँचे कहैत छि हम, गरीबके एहने कथा …
Read moreनीपल मोनक' अंगनामे कएल भावक' ठाँओ बीच नेहक' अरिपन पर पसारि' सिनेह व्यंजन ओ लेसि' श्रद्धा दीप बैसल छी हम । हँ, बैसल छी ओकरे प्रतीक्…
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